बारिश सर्दी धुप कभी ,
गर्मी आंधी भूख कभी ;
काली रातें चुप कभी ,
खुशिया गम और दुःख कभी ;
सीमाओ की रखवाली पर ,
देश की खुशहाली पर ,
अरमान कभी ;
और जान कभी;

मातृभूमि के चरणों में ,
कुछ पुष्प चढाते रहते है !
रंगीन कभी संगीन कभी;
बन्दुक से निकले आग कभी;
एक से लड़ते लाख कभी;
जीत कभी और हार कभी;
बलिदान कभी सम्मान कभी;
कभी शहीद कहलाते है !
कभी पिता के सिने को,
गर्व से भर जाते है;
कभी माँ की गोदी,
सुनी कर जाते है!
आसमानों से उचे ख्वाब कभी ;
बलिदान कभी सम्मान कभी ;
कभी शहीद कहलाते है !
नन्हे बेटे की आँखों से ;
वो विश्वविजय बन जाते है !
इतिहास कभी विश्वास कभी ;
फिर ये प्रकट हो जाते है !
मातृभूमि के चरणों में ;
कुछ पुष्प चढाते रहते है !
हमको जीवन जीना सिखा जाते है ..............!!!
गर्मी आंधी भूख कभी ;
काली रातें चुप कभी ,
खुशिया गम और दुःख कभी ;
सीमाओ की रखवाली पर ,
देश की खुशहाली पर ,
अरमान कभी ;
और जान कभी;

मातृभूमि के चरणों में ,
कुछ पुष्प चढाते रहते है !
रंगीन कभी संगीन कभी;
आन बचाने की खातिर,
सीनों पर गोली खाते है!बन्दुक से निकले आग कभी;
एक से लड़ते लाख कभी;
जीत कभी और हार कभी;
बलिदान कभी सम्मान कभी;
कभी शहीद कहलाते है !
एक बात कभी फरियाद कभी,
विजय का उल्लास कभी ;
फिर जन्मभूमि की सेवा में,
आना वो चाहते है ..!
कभी पिता के सिने को,
गर्व से भर जाते है;
कभी माँ की गोदी,
सुनी कर जाते है!
आसमानों से उचे ख्वाब कभी ;
बलिदान कभी सम्मान कभी ;
कभी शहीद कहलाते है !
नन्हे बेटे की आँखों से ;
वो विश्वविजय बन जाते है !
इतिहास कभी विश्वास कभी ;
फिर ये प्रकट हो जाते है !
मातृभूमि के चरणों में ;
कुछ पुष्प चढाते रहते है !
हमको जीवन जीना सिखा जाते है ..............!!!
good inspiring poem for patriotic pepole
ReplyDeletejai hind...........
SO NICE .... jai hind
ReplyDeletewahh sir aap bahut hi sundar likhate hai padhkar ek nayaapan lagaa or bahut mazzaa aayaa .........aapko badhaai
ReplyDeletebohot hi shandaar!! .....
ReplyDeletethank all of u ...Hariom, Vandevii ,Shunil Bhai,& Bhoomika ji....thanks
ReplyDeletewaah kya baat hai muje inspire karne ke liye thank u dear
ReplyDeletegreat thought yaar...... bahut inspiration or bahut kuchh sikhne ko milta hai apki poems se,,,,,
ReplyDeleteआसमानों से उचे ख्वाब कभी ;
ReplyDeleteबलिदान कभी सम्मान कभी ;
कभी शहीद कहलाते है !
नन्हे बेटे की आँखों से ;
वो विश्वविजय बन जाते है !
इतिहास कभी विश्वास कभी ;
फिर ये प्रकट हो जाते है !--सुंदर मार्मिकता